कोई भी व्यक्ति जो शेयर बाजार में निवेश करता है वह यह चाहता है कि उसे अधिक से अधिक मुनाफा हो। लेकिन अधिक मुनाफा कमाने के लिए किसी भी व्यक्ति को सोच समझकर निवेश करना होगा।
सोच समझकर निवेश करने के लिए किसी भी निवेशक का पोर्टफोलियो प्रबंधन अच्छा होना चाहिए। अक्सर कई निवेशक अपने पोर्टफोलियो मैनेजमेंट को सही तरीके से नहीं संभाल पाते हैं क्योंकि उन्हें इससे संबंधित सही तरीके से जानकारी नहीं है।
इसलिए आज के इस लेख में हम portfolio management meaning in hindi के बारे में बुनियादी ज्ञान देने का प्रयास करेंगे। जिसके माध्यम से आप समझ पाएंगे कि Portfolio Management क्या है और इसका क्या उद्देश्य है? पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए आप हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें।
निवेश पोर्टफोलियो क्या है? (Portfolio Management Meaning in Hindi)
निवेश पोर्टफोलियो निवेशक कि आय, बजट और निवेश किए गए निवेश के आधार पर विभिन्न निवेश संबंधित उपकरणों जैसे स्टॉक, म्यूच्यूअल, फंड, शेयर, नकद, प्रतिभूति, बांड इत्यादि को संग्रहित करता है और निवेशक को जानकारी प्रदान करता है।
निवेशक जिस ब्रोकर या ऑनलाइन प्लैटफ़ार्म के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश करते हैं वे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म निवेशकों को पोर्टफोलियो बनाकर देते हैं जिसके माध्यम से निवेशक अपने निवेश से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर सकता है।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट किसे कहते हैं? (What is Portfolio Management?)
wallstreetmojo.com
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट का अर्थ व्यक्तियों के निवेश प्रबंधन की प्रक्रिया से है। ताकि एक निश्चित समय में निवेशक अपने मुनाफे को अधिक कर सके।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट निवेशक को होने वाले जोखिमों को कम करता है और उच्चतम रिटर्न प्रदान करने की संभावना में वृद्धि करता है। यह किसी निवेशक के निवेश का प्रबंधन करने की एक कला है ताकि वह व्यक्ति कम जोखिम उठाकर अधिकतम रिटर्न प्राप्त कर सके।
पोर्टफोलियो को एक निवेशक मैनेज करता है और अपने जोखिमों को कम करने की कोशिश करता है। पोर्टफोलियो मैनेजमेंट ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा निवेशक को प्रदान किए जाते हैं ताकि निवेशक अपने सभी किए गए निवेशकों को एक स्थान पर देख सकता है और उसे मैनेज कर सकता है।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट निवेशकों की संपत्तियों को बाजार के जोखिमों से बचाता है और उन्हें लाभ भी प्रदान करता है। इसमें आमतौर पर वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करना, सही निवेश चुनना, संपत्ति आवंटित करना, जोखिम का आकलन करना इत्यादि चीजें शामिल है।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट का उद्देश्य (Objective of Portfolio Management)
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट का उद्देश्य व्यक्ति की आय को देखते हुए सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्पों को चुनने में मदद करना है।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के कुछ उद्देश्य निम्न प्रकार हैं -:
- पोर्टफोलियो मैनेजमेंट का उद्देश्य निवेशक के पूंजी में मूल्य वृद्धि करना है।
- निवेशक के निवेश पर अधिकतम लाभ प्रदान करना
- पोर्टफोलियो की कुशलता में सुधार करना
- जोखिमों का प्रबंधन करना और कम करना
- बाजार की जोखिमों से निवेश से होने वाली मुनाफा की रक्षा करना
- निवेशक के भविष्य निवेशों को सुरक्षित करना
- निवेशक के लिए लंबी अवधि की वित्तीय योजना तैयार करना
- पोर्टफोलियो के लचीलापन को सुनिश्चित करना
wallstreetmojo.com
पोर्टफोलियो मैनेजर क्या होता है? (What is Portfolio Manager)
पोर्टफोलियो मैनेजर वह व्यक्ति होता है जो निवेशकों की पोर्टफोलियो को संभालता है या प्रबंधन करता है। पोर्टफोलियो मैनेजर निवेशकों की वित्तीय आवश्यकताओं को समझते हुए अधिक से अधिक मुनाफा कमाने वाली रणनीतियों को तैयार करता है और पोर्टफोलियो के जरिए उस रणनीति को निवेशकों के सामने दर्शाता है। पोर्टफोलियो मैनेजर अपने क्लाइंट को सलाह देता है की किस प्रकार से सर्वश्रेष्ठ निवेश किया जा सके।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के प्रकार (Types of Portfolio Management)
Portfolio management गोमुखी तौर पर चार भागों में विभाजित किया गया है जो कि इस प्रकार है -:
एक्टिव पोर्टफोलियो प्रबंधन (Active Portfolio Management)
चक्रीय पोर्टफोलियो प्रबंधन में पोर्टफोलियो मैनेजर अपने ग्राहकों के लिए सक्रिय रूप से मुनाफे को अधिक करने के लिए नए-नए रणनीतियां को बनाता है।
इसी समय निवेशक को एक पोर्टफोलियो मैनेजमेंट की जरूरत पड़ती है। पोर्टफोलियो मैनेजर बाजार के हिसाब से निवेशकों को अधिक मुनाफा दिलाने के लिए शेयरों की खरीद एवं बिक्री करता है।
निष्क्रिय पोर्टफोलियो प्रबंधन (Passive Portfolio Management)
जैसा कि नाम से पता चलता है निष्क्रिय पोर्टफोलियो प्रबंधन में पोर्टफोलियो मैनेजर बाजार की गतिशीलता को देखते हुए एक निश्चित निवेश पोर्टफोलियो तैयार करता है।
जिसमें निवेशों की सूची और शेयरों की सूची निश्चित कर दी जाती है। इस पोर्टफोलियो प्रबंधन के माध्यम से इंडेक्स फंड में निवेश किया जाता है जिसमें शुरू में यह फंड कम रिटर्न देते हैं परंतु बाद में समय के साथ यह लाभदायक होते हैं।
विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन (Discretionary Portfolio Management)
इस प्रकार के पोर्टफोलियो प्रबंधन में निवेशक के द्वारा निवेश का प्रबंधन करने के लिए एक पोर्टफोलियो प्रबंधक नियुक्त किया जाता है। जिसके लिए वह उस प्रबंधक को कुछ पैसे भी भुगतान करता है।
विवेकाधीन पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में एक पोर्टफोलियो मैनेजर अपने निवेशक की तरफ से निवेश संबंधित सभी प्रकार के निर्णय लेता है। और एक उपयुक्त रणनीति बनाकर सही शेयरों एवं फंडों में निवेश करता है।
गैर विवेकाधीन पोर्टफोलियो प्रबंधन (Non- Discretionary Portfolio Management)
इस प्रकार के पोर्टफोलियो प्रबंधन में निवेशक एक पोर्टफोलियो प्रबंधक नियुक्त तो करता है लेकिन इसमें एक पोर्टफोलियो प्रबंधक केवल अपने निवेशकों को निवेश से संबंधित उपयुक्त रणनीति के बारे में जानकारी देता है। परंतु निवेश संबंधित निर्णय केवल निवेशक ही लेता है।
पोर्टफोलियो प्रबंधन की आवश्यकता किन निवेशकों को पड़ती है? (Who should Opt for Portfolio Management)
- ऐसे निवेशक जो कई तरह के बॉन्ड स्टॉक फंड में निवेश करते हैं उन्हें पोर्टफोलियो प्रबंधन को चुनना चाहिए।
- जो निवेशक बाजार से संबंधित पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं उन्हें पोर्टफोलियो मैनेजमेंट की जरूरत होती है।
- ऐसे निवेशक जो निवेश के बारे में पूरी तरह से नहीं जानते और बाजार में होने वाले जोखिमों के बारे में अवगत नहीं हैं कि किस तरह से बाजार की जोखिम में उनके निवेश को प्रभावित कर सकती हैं उन्हें पोर्टफोलियो मैनेजमेंट को जरूर चुनना चाहिए।
- ऐसे निवेशक जो कई सारे फंडों में निवेश करते हैं और उन्हें अपने निवेशों को ट्रैक करने या उन्हें संतुलित करने का समय नहीं है वे पोर्टफोलियो मैनेजमेंट को चुन सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको portfolio management meaning in hindi के बारे में जानकारी दी। उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको पोर्टफोलियो मैनेजमेंट से संबंधित बुनियादी जानकारी मिल पाई होगी। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं।