Impact of GST on different sector- 1 जुलाई 2017 से पूरे भारतवर्ष में जीएसटी लागू होने के साथ ही गुड्स ओर सर्विसेज के उत्पादन और व्यापार पर लगने वाले सभी दूसरे टैक्स को भी समाप्त कर दिया गया था। आइए, जीएसटी के बारे में विस्तार से जानते हैं और Impact of GST on different sector के बारे में भी चर्चा करते हैं।
GST क्या है?
GST की full form goods and services tax होती है। यह tax भारत में goods और services की supply पर लिए जाने वाला indirect tax है। इस टैक्स को 29 मार्च 2017 में लोकसभा में और 6 अप्रैल 2017 को राज्यसभा में मंजूरी मिल गई थी। मोदी सरकार के गठन के साथ, नए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में GST विधेयक पेश किया था और उसमें BJP का बहुमत था।
जीएसटी तीन प्रकार के होते हैं:-
- CGST
- IGST
- SGST
GST नंबर 15 digits का होता है यह alphanumeric identification नंबर होता है। GST registration बिल्कुल free होता है। रजिस्ट्रेशन करवाने पर कोई फीस नहीं होती है। आप खुद ही जीएसटी के portal पर visit करके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के द्वारा प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
GST का अलग अलग sectors पर प्रभाव (Impact of GST on different sector)
GST के लागू होने से सभी sectors पर impact पड़ता है। यह निम्न प्रकार से है:-
वितरकों निर्माताओं और खुदरा विक्रेताओं पर जीएसटी का प्रभाव
चाहे व्यवसाय छोटा हो या बड़ा, जीएसटी आने के बाद सभी तरह के व्यवसायियों को अपना व्यवसाय जीएसटी के अंदर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य हो गया। ताकि टैक्स की चोरी को कम किया जा सके।
सर्विस प्रोवाइडर पर जीएसटी का प्रभाव
मार्च 2014 तक, भारत में 12,76,861 सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां थी। जिनमें से केवल top 50 ने देश भर में pay किये गए tax का 50% से अधिक का भुगतान इनमें से अधिकांश दूरसंचार सेवाओं व्यापार सहायता सेवाओं आईटी सेवाएं बीमा उद्योग वित्तीय और बैंकिंग सेवा द्वारा लिया जाता था और इन सभी
E – commerce sector पर,
ई-कॉमर्स सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। जीएसटी ई-कॉमर्स की लगातार वृद्धि में मदद करेगा। आने वाले समय में effect विशेष रूप से दिलचस्प होंगे। जीएसटी कानून विशेष रूप से tcs तंत्र का proposal करता है, जिससे ई-कॉमर्स कंपनियां ज्यादा खुश नहीं है। Tcs की मौजूदा rate 1% है।
कपड़ा sector पर impact
जीएसटी आने से पहले zero central excise duty वैकल्पिक मार्ग के तहत लगता था, परंतु अब जीएसटी textile industry की कपास value chain को प्रभावित करेगा। भारत में कपड़ा उद्योग देश के skilled और unskilled workers को रोजगार प्रदान करता है। यह कुल annual export मे लगभग 10% contribution देता है।
Telecommunication sector पर impact
जीएसटी के बाद दूरसंचार क्षेत्र में prices में गिरावट आई है। जीएसटी के बाद handset बेचने वाले निर्माताओं को headset बेचने में आसानी होगी इसे logistic खर्च में भी बचत होगी।
Pharma sector का impact
इसका फार्मा और हेयर हेल्थ केयर इंडस्ट्री पर पॉजिटिव impact रहा है। इसने tax की संरचना को easy कर दिया है। चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा दिया है और जेनेरिक दवा manufacture के लिए समान अवसर पैदा किए हैं। इसमें केवल मूल्य निर्धारण संरचना से संबंधित दिक्कतें आई है।
कृषि क्षेत्र पर जीएसटी का impact
कृषि क्षेत्र पर जीएसटी का positive प्रभाव है। कृषि क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 16% cover करता है। सेवा और वस्तु tax भारत को कृषि वस्तुओं के लिए अपना पहला राष्ट्रीय बाजार बनाने में help कर सकता है।
IT sector पर GST का impact
आईटी सेक्टर में जीएसटी के प्रभाव निम्न प्रकार से रहे:-
- Simple tax rate administartion
- Double tax का हटना
- E commerce
- GST के लिए software बनाने के अवसर
Hotel and tourism पर GST का impact
होटल और पर्यटन उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग है। जीएसटी के आने पर होटल के tariff impact हुए हैं:-
- यदि किसी कमरे का टैरिफ ₹1000 से कम है तो उस पर जीएसटी नहीं होगा।
- यदि टेरिफ 1000 से ₹7500 के बीच में है तो उसे 12 परसेंट का जीएसटी लगाया जाएगा।
- यदि टैरिफ 7500 से अधिक है तो 18% जीएसटी उस पर लागू होगा।
तो इस तरह से होटल एंड टूरिज्म पर जीएसटी आने से सकारात्मक प्रभाव ही पड़ा है।
Automobile sector पर impact
ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी जीएसटी से लाभ पहुंचा है। रोड टैक्स, sale टैक्स, उत्पाद शुल्क, goods और services टैक्स जैसे taxes की चेन ने एक एकीकृत माल और सेवा कर के लिए रास्ता साफ कर दिया। जिससे automobile सौदों में वृद्धि हुई है।
Education sector पर GST का impact
जीएसटी का प्रभाव शिक्षा क्षेत्र पर खास नहीं पड़ा है। सरकार ने सेवा एवं वस्तु कर प्रणाली में शिक्षा से जुड़े हुए institute को टैक्स से बाहर रखने की कोशिश की है।
Energy sector पर GST का impact
बिजली हर business के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। अतः ऊर्जा क्षेत्र किसी भी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण उद्योगों में से एक है, परंतु यह क्षेत्र जीएसटी से लाभान्वित नहीं हुआ। यह GST की शुरुआत से, मिलने वाले लाभों के एक क्षेत्र को अस्वीकार करता है।
Real estate पर GST का impact
जीएसटी की वजह से real estate में अधिक उत्पादक गतिविधियां हुई है और बहुत सारे brands उभर कर सामने आए हैं। यह ब्रांड देश की अर्थव्यवस्था में मददगार साबित हुए हैं, तो इसीलिए real estate को जीएसटी से लाभान्वित होने वाले क्षेत्रों में से एक कहा जा सकता है।
Import export पर GST का impact
Import export मे पहले उत्पाद शुल्क, आयात और निर्यात सीमा शुल्क, मूल्य वर्धित कर और सर्विस टैक्स लगता था। जीएसटी के बाद IGST मे के सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्नमेंट टैक्स को साझा करती है और निर्यात zero rated हो गया है।
मनोरंजन क्षेत्र पर जीएसटी का प्रभाव
मनोरंजन क्षेत्र को जीएसटी आने से लाभ प्राप्त हुआ है। जीएसटी में थिएटर, सर्कस, सिनेमा की टिकट, टेलीविजन और डीटीएच जैसी सेवाएं 18% जीएसटी के अंदर आती है और दौड़, खेल का कार्यक्रम, मनोरंजनकारी उद्यान, कसीनो, फिल्म समारोह और त्यौहार 28% जीएसटी के तहत आता है।
Banking sector पर GST का impact
जीएसटी लागू होने से बैंकिंग सेक्टर और अधिक महंगा हो गया है। पहले banking क्षेत्र के लिए सेवाओं का टैक्स रेट 15% था और GST लागू होने के बाद यह 18 परसेंट हो गया है। यहाँ पर कुछ effects है जो GST के बाद banking sector मे हुए:-
- Place of supply identification
- Reliance up on cgst and sgst
- Each separate part of bank should have seprate registration
- Input tax credit or ITC in gst
- The transaction between banks are not free
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के इस लेख में आपने जाना कि जीएसटी के लागू होने के बाद अलग-अलग क्षेत्रों पर किस तरह से प्रभाव रहा है। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा बताया गया impact of GST on different sectors आपको पसंद आया होगा। यदि आप किसी और विषय पर भी जानकारी चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। यदि इस लेख से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल आप हम से पूछना चाहते हैं या हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो भी हमें कमेंट अवश्य करें।