Assets Meaning In Hindi
नमस्ते दोस्तो, आज हम बात करेंगे एक नए विषय के ऊपर, जो है Assets यानी कि संपत्ती। हम सभी के पास कोई न कोई वस्तु जैसे, phones, laptops, या furniture होता ही है जिसका उपयोग हम अपने कार्यों को आसान बनाने के लिए करते है और ये सभी वस्तुएं हमारी सम्पत्ति (assets) कहलाती है।
आज के इस लेख में हम आपको Assets meaning in hindi बताएंगे। साथ ही Assets से जुड़ी अन्य जानकारियां भी देंगे। तो चलिए लेख को शुरू करते है –
Asset क्या है? (What is an Asset?)
Asset को हिंदी में संपत्ति कहते हैं। संपत्ति से आप समझ पा रहे होंगे कि ऐसी वस्तुएं जिस पर हमारा मालिकाना हक होता है जैसे घर, गाड़ी इत्यादि।
Asset एक ऐसा संगसाधन है जिसकी कोई आर्थिक मूल्य है, और जिसका कोई व्यक्ति, कम्पनी या सरकार मालिक है, वो भी इस उम्मीद के साथ की ये भविष्य में कभी लाभप्रदान करेगा।
सरल भाषा में कहें तो इसे हम संपत्ति कहते हैं परंतु वाणिज्य या व्यवसाय की भाषा में इसे asset कहा जाता है। जब भी कोई कंपनी अपने अंतिम खाते तैयार करती है तो वह asset को अंतिम खाते में दाईं तरफ दिखाती है जिससे पता चलता है कि उस कंपनी के पास कितने रुपयों की संपत्ति है।
Asset कितने प्रकार के होते है? (How Many Types of Assets Are There?)
Asset को कुल चार भागों में वर्गीकृत किया गया है जो कि इस प्रकार हैं –
- स्थायी सम्पत्तियाँ (Fixed Assets)
- चालु सम्पत्तियाँ (Current Assets)
- अमूर्त सम्पत्तियाँ (Intangible Assets)
- मूर्त सम्पत्तियाँ (Tangible Assets)
- क्षयशील सम्पत्तियाँ (Wasting Assets)
स्थायी सम्पत्तियाँ (Fixed Assets)
ऐसी संपत्तियां जिनका accounting में 1 वर्ष से अधिक का अपेक्षित जीवनकाल होता है, वो स्थायी संपत्ति कहलाती हैं। जैसे plant, machineries और buildings आदि।
एक कंपनी लंबे समय तक योजना बनाकर जिन वस्तुओं को रखती है, हम उन लंबी अवधि तक रखी हुई संपत्ति को स्थायी संपत्ति कहते हैं। स्थाई संपत्ति जैसे-जैसे पुरानी होती जाती है वैसे वैसे उसकी कीमत भी कम होती जाती है क्योंकि यह संपत्तियां व्यक्ति को एक लंबी अवधि तक आए प्रदान करती हैं।
चालु सम्पत्तियाँ (Current Assets)
Current Assets में वो assets आती हैं जिनकी 1 वर्ष से अधिक का अपेक्षित जीवनकाल होता है। कम्पनी के stock चालू संपत्तियों में गिने जाते हैं।
चालू संपत्ति में cash, cash equivalents, accounts receivable, stock inventory, marketable securities, prepaid liabilities आती हैं। व्यवसाय के लिए चालू संपत्ति इतनी महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि वे व्यवसाय के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को पूरा करने में मदद करती हैं।
अमूर्त सम्पत्तियाँ (Intangible Assets)
अमूर्त संपत्ति की कोई भौतिक उपस्थिति नहीं होती है। जैसे, patents, trademarks, copyrights और goodwill। और सबसे बड़ी बात यह है कि प्रकृति में भौतिक न होने के बावजूद, व्यक्ति और कंपनियां अमूर्त संपत्ति को बेच और खरीद सकते हैं।
एक अमूर्त संपत्ति को अनिश्चित या निश्चित रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। एक कंपनी के ब्रांड नाम को अनिश्चितकाल के लिए अमूर्त संपत्ति माना जाता है क्योंकि यह कंपनी के साथ तब तक रहता है जब तक कंपनी काम करना जारी रखता है।
मूर्त सम्पत्तियाँ (Tangible Assets)
मूर्त संपत्ति एक ऐसा asset है, जिसका एक भौतिक अस्तित्व होता है। एक ऐसा asset जिसका मूल्य finite यानिकि सीमित होती है। जैसे की एक घर, एक अलमारी, एक सोफा।
किसी कंपनी में कच्चा माल सबसे महत्वपूर्ण मूर्त संपत्ति है क्योंकि इसी के द्वारा कंपनी अपने प्रोडक्ट या सर्विस तैयार करती है। मूर्त संपत्ति की मूल्य को अमूर्त संपत्ति की तुलना में बोहोत आसानी से मापा जा सकता है।
क्षयशील सम्पत्तियाँ (Wasting Assets)
क्षयशील सम्पत्तियाँ ऐसे संपत्ति है जिनकी समय सीमा बोहोत सीमित है, और जो बोहोत जल्दी अपने मूल्य खो देते है। जैसे की गाड़िया, बोहोत तकनीकी यंत्र आदि। इसकी मूल्य समय दर समय घटता ही रहता है। तेल और कोयले को भी क्षयशील सम्पत्ति माना जाता है।
संपत्ति क्यों जरूरी है? (Significance of Assets)
अब हमे ये समझना है की asset की एक कंपनी में जरूरत क्यों पड़ती है? Asset एक ऐसी चीज़ है जिससे कंपनी अपने रोजमर्रा के काम को अंजाम भी दे सकती है, और जिसकी मदद से कंपनी अपने long term goals भी पूरे कर सकते है।
यदि एक कंपनी में दायित्व से ज्यादा उसकी संपत्ति अधिक होती है तो यह माना जाता है कि वह कंपनी सही मुनाफा कमा रही है। यदि यह उल्टा हो, यानी की अगर एक कंपनी में liabilities ज्यादा है asset कम तो उसका मतलब वो कंपनी ठप होने के कगार पर मौजूद है। इसलिए किसी कंपनी में assets सबसे ज्यादा जरूरी चीज है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Assets Meaning in Hindi के बारे में विस्तार से बताया है। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इस जानकारी को अपने दोस्तों को भी जरूर शेयर करें और अगर आपके मन में कोई सवाल है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।