Commodity Market Basics In Hindi

दोस्तों, जब भी Trading की बात आती है तो हमारे दिमाग में सबसे पहले शेयर बाजार और क्रिप्टो का नाम आता है। लेकिन शेयर बाजार और क्रिप्टो के आलावा भी हमारे पास और भी कई सारे तरीके है जिनसे हम Trading करके पैसा कमा सकते हैं। जी हां दोस्तों ट्रेडिंग के उस दूसरे तरीके का नाम Commodity market है। 

इसलिए आज के इस लेख में हम आपको Commodity Market basics in hindi के बारे में जानकारी देने वाले हैं। साथ ही जानेंगे कि हम Commodity Trading से पैसा कैसे कमा सकते हैं? तो चलिए शुरू करते हैं – 

Commodity Market क्या है? (Commodity Market Basics in hindi)

Commodity Market वह बाजार है जहां पर सभी लोग manufactured products की बजाय economic product पर trade करते है जैसे फल, सब्जी, शुगर इत्यादि। Commodities ऐसी वस्तुएं हैं जिनका आंतरिक मूल्य होता है और जिनका Commodity Market में कारोबार होता है। 

वस्तुओं का व्यापार मुख्य रूप से आपूर्ति और मांग द्वारा निर्धारित कीमतों पर होता है। अधिकांश वस्तुओं का उत्पादन सीमित मात्रा में किया जाता है और इसलिए कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावना होती है। सोना, तेल और चांदी इन वस्तुओं के उदाहरण हैं। 

Commodity Market के प्रकार (Types of Commodity Market) 

Commodity को दो भागों में बांट दिया गया है:

  1. Hard Commodities 
  2. Soft Commodities

Hard Commodities 

Hard Commodities में वे natural products शामिल होते हैं जो mining करके निकाले जाते हैं। इसके अलावा Hard Commodities वे वस्तुएँ होती हैं जिनकी माँग अधिक होती है और आपूर्ति कम होती है। इन वस्तुओं का अक्सर Commodity Market में कारोबार किया जाता है जहां खरीदार और विक्रेता कीमतों और व्यापारिक वस्तुओं पर बातचीत करने के लिए मिलते हैं। 

Hard Commodity शब्द किसी भी वस्तु को संदर्भित करता है जिसकी सीमित आपूर्ति और उच्च मांग होती है। Hard Commodities के उदाहरणों में सोना, चांदी, तांबा, तेल और गेहूं शामिल हैं।

Soft Commodities 

Soft Commodities में agricultural products को शामिल किया गया है । Soft Commodities का अर्थ है बहुत कम लागत पर उत्पादित माल या उत्पाद।  मुख्य रूप से विकासशील देशों में, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर soft Commodities कारोबार किया जाता है। 

अक्सर इन वस्तुओं को उन परिस्थितियों में उगाया जाता है जहां श्रम लागत विकसित देशों की तुलना में कम होती है। उदाहरणों में चावल, चीनी, कपास, चाय, कॉफी, कोको, तंबाकू, मसाले, रबर, तिलहन, रबर और ताड़ का तेल, मेवा, फल, सब्जियां और दालें शामिल हैं।

Commodity market में कुछ वस्तुओं की कीमतें दुनिया की मांग के आधार पर बढ़ती और गिरती हैं। जब विश्व मांग बढ़ती है, तो कंपनी, उत्पादन का विस्तार करते हैं। अगर मांग गिरती है, तो वे उत्पादन कम कर देते हैं। लेकिन जब किसी उत्पाद की कीमत काफी अधिक होती है, तो कम्पनी उत्पादन नहीं करने का विकल्प चुन सकती हैं, भले ही बाजार में उत्पादन में वृद्धि की मांग हो। 

Commodity Market कैसे work करता है? 

Commodity Market एक तरह से contract के आधार पर कार्य करता है जिसकी जानकारी नीचे प्रदान की गई है –

  • Future Contracts

Future Contracts दो पक्षों के बीच एक निश्चित राशि के लिए भविष्य में कुछ वस्तुओं का आदान-प्रदान करने के लिए समझौता हैं। Commodity Futures के मामले में, दोनों पक्ष भविष्य में एक तिथि पर उत्पाद की एक निश्चित मात्रा को बेचने और खरीदने के लिए सहमत होते हैं। 

एक पक्ष सहमत तिथि पर उसके बाजार मूल्य के आधार पर किसी विशेष उत्पाद के लिए दूसरे पक्ष को राशि का भुगतान करने के लिए सहमत होता है। जब तिथि आती है, तो खरीदार विक्रेता को सहमत-राशि का भुगतान करता है। Commodity Futures सट्टेबाजों को लाभ कमाने के लिए Commodity की कीमत पर सट्टा लगाने का अवसर प्रदान करते हैं।

Spot Markets भौतिक बाजार हैं जहां खरीदार और विक्रेता आपस में आमने सामने मिलते हैं। ये बाजार आम तौर पर वायदा बाजारों से छोटे होते हैं, और वायदा बाजारों की तुलना में उच्च लेनदेन लागत का कारण बन सकते हैं। 

Spot Markets तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति, जो अपने एक वस्तु को बेचना चाहता है, से मिलता है और उससे वर्तमान बाजार मूल्य पर वस्तु खरीदता है। Spot Markets को किसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है।

  • Exchange-Traded Funds

एक Exchange -Traded Funds (ETF) एक प्रकार का Mutual fund है जो व्यक्तिगत प्रतिभूतियों में सीधे निवेश करने के बजाय स्टॉक या bond जैसी प्रतिभूतियों की एक टोकरी के प्रदर्शन को ट्रैक करता है। 

Exchange-Traded Funds Index Fund के समान हैं। Index fund को विशेष रूप से ट्रेडिंग के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जबकि ETF स्टॉक की तरह ही ट्रेड करता है, जिसका अर्थ है कि निवेशक किसी भी समय ETF के शेयर खरीद और बेच सकते हैं। 

  • Options

Options contracts में दो प्रकार के विकल्प मौजूद हैं: Call Option जो एक निश्चित समय पर एक निश्चित मूल्य के लिए किसी दिए गए संपत्ति को खरीदने का अधिकार देते हैं, जबकि Put Option किसी निश्चित समय के लिए एक विशिष्ट मूल्य के लिए दी गई संपत्ति को बेचने का अधिकार देते हैं।

भारत में Commodity Market में trading करने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी 

Commodity Market की कीमतों में बहुत अधिक मात्रा में उतार चढ़ाव होते रहते हैं इसलिए commodity market में trading करने से पहले कुछ रणनीतियां तैयार कर लेनी चाहिए जिससे कि commodity market में trading करना आसान हो। Commodity Market में उतार-चढ़ाव होने के कारण इसमें जोखिम भी बहुत होता है इसलिए आप कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करते समय इसके विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। 

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Commodity Market basics in hindi से संबंधित सभी जानकारी दी है। साथ ही हमने यहां पर Commodity Market के trade विकल्प के बारे में भी जानकारी दी हैं। यदि आप को इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करें। 

Leave a Comment